राजस्थान

भीलवाड़ा: संगम इंडिया लिमिटेड में मजदूरों का हंगामा, बोनस की मांग पर तोड़फोड़ और पुलिस पर पथराव

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भीलवाड़ा – संगम इंडिया लिमिटेड की एक फैक्ट्री में मजदूरों ने बोनस और उपस्थिति भत्ते की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। मामला इतना बढ़ गया कि गुस्साए मजदूरों ने फैक्ट्री में तोड़फोड़ कर दी और पुलिस के पहुंचने पर उनकी गाड़ी पर भी हमला कर दिया। हालात काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। करीब तीन घंटे की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ और मजदूर काम पर लौटे।

क्या है पूरा मामला?

घटना हमीरगढ़ (भीलवाड़ा) के चित्तौड़ रोड स्थित संगम इंडिया लिमिटेड की है। यहां कपड़ा फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर दीपावली से बोनस की मांग कर रहे थे। मजदूरों का आरोप था कि फैक्ट्री प्रबंधन उनकी मांगों को अनदेखा कर रहा था। गुरुवार सुबह करीब 10 बजे मजदूरों ने काम बंद कर धरना शुरू कर दिया

फैक्ट्री प्रबंधन और मजदूरों के बीच बातचीत हुई, लेकिन सहमति नहीं बन पाई। इसके बाद गुस्साए मजदूरों ने फैक्ट्री में तोड़फोड़ शुरू कर दी। सूचना मिलने पर हमीरगढ़ थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन पुलिस को देखते ही मजदूर और ज्यादा उग्र हो गए और पथराव कर दिया

पुलिस ने की कार्रवाई, 7 मजदूर हिरासत में

हमीरगढ़ थाना प्रभारी संजय गुर्जर ने बताया कि संगम इंडिया लिमिटेड में तोड़फोड़ और पथराव की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। लेकिन प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने पुलिस की गाड़ी पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा और 7 मजदूरों को हिरासत में लिया

मजदूर संघ का आरोप – सभी को नहीं मिला बोनस

भारतीय मजदूर संघ के जिला सह मंत्री देवेंद्र वैष्णव ने आरोप लगाया कि फैक्ट्री प्रबंधन ने कुछ मजदूरों को बोनस और उपस्थिति भत्ता दे दिया, लेकिन बाकी के साथ भेदभाव किया गया। बार-बार बातचीत के बावजूद मजदूरों की मांग नहीं मानी गई, जिससे वे आक्रोशित हो गए

फैक्ट्री प्रबंधन का बयान – लक्ष्य पूरा करने वालों को ही बोनस

संगम ग्रुप के चेयरमैन रामपाल सोनी ने कहा कि “बोनस में किसी तरह का भेदभाव नहीं किया गया। जिन मजदूरों ने तय उत्पादन लक्ष्य पूरा किया, उन्हें पूरा बोनस दिया गया। लेकिन कुछ मजदूरों का प्रोडक्शन कम था, इसलिए उन्हें कम बोनस मिला।”

उन्होंने यह भी बताया कि बुधवार को कुछ मजदूरों को वेतन और बोनस दिया गया था, जबकि बाकी को गुरुवार को बुलाया गया था। इसी दौरान हंगामा हो गया और मामला बिगड़ गया।

फैक्ट्री में फिर से काम शुरू

तीन घंटे की बातचीत के बाद फैक्ट्री प्रबंधन ने मजदूरों को नियमानुसार बोनस देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद मजदूरों ने धरना खत्म कर दिया और फैक्ट्री में उत्पादन फिर से शुरू हो गया। हालांकि, पुलिस ने राजकार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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